Monday, May 27, 2019

मंत्रियों की परिषद की तरह ही यूरोपीय संसद आपस

बीते साल अगस्त में संयुक्त राष्ट्र की समिति ने कहा था कि शिनजियांग में वीगर मुसलमानों और अन्य मुस्लिम समुदायों के दस लाख लोगों को हिरासत में रखा गया है और उनकी री-एजुकेशन यानी पुनर्शिक्षा कार्यक्रम के तहत उनकी सोच को बदला जा रहा है.
इस्लामी देशों के संगठन ने भी चीनी मुसलमानों के मानवाधिकार उल्लंघन पर अपने विरोध का इज़हार किया है.
पाकिस्तान में चीन के डिप्टी चीफ़ आफ़ मिशन ने हाल ही में सोशल मीडिया वेबसाइट ट्विटर पर बताया था कि चीन में 35 हज़ार मस्जिद हैं जहां देश के दो करोड़ मुसलमान देश के क़ानून के तहत अपने धार्मिक फ़र्ज़ अदा करने के लिए आज़ाद हैं.
उनके मुताबिक, "हम धार्मिक आज़ादी की नीति पर चलते हैं, हम धार्मिक कट्टरपंथ का मुक़ाबला कर रहे हैं. आम धार्मिक गतिविधियों की क़ानून के तहत अनुमति हैं."
हीं चीन ने ये भी कहा है कि वह पाकिस्तान में मदरसों में शिक्षा हासिल कर रहे शिनजियांग के छात्रों की जांच कर रहा है.
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बीबीसी को बताया कि चीन ने पाकिस्तान सरकार से कहा है कि जितने भी छात्र हैं और जिन्हें वीज़ा जारी किए जा रहे हैं, उनके बारे में महीने में दो बार जानकारी दी जाए और उनकी गतिविधियों की रिपोर्ट दी जाए.
यूरोपीय यूनियन के चुनाव से अब तक जो झलक मिली है, उससे ज़ाहिर होता है कि दक्षिणपंथी और वामपंथी पार्टियों के प्रति समर्थन कम हुआ है.
इस बार के चुनाव में लिबरल और दक्षिणपंथ से दूरी रखने वाली पार्टियों को समर्थन मिला है.
इस चुनाव में उम्मीद से ज़्यादा वोट पड़े. माना जा रहा है कि इस बार युवा मतदाताओं ने कहीं ज़्यादा मतदान किया है.
यूरोपीय संसद के लिए 23 से 26 मई के बीच चुनाव हुए जिनमें 700 से ज़्यादा यूरोपीय सांसदों को चुने जाने के लिए मतदान हुआ.
ये सांसद 28 यूरोपीय देशों के 50 करोड़ से ज़्यादा यूरोपीय नागरिकों का प्रतिनिधित्व करते हैं.
जर्मन चांसलर एंगेला मर्केल की दक्षिणपंथी क्रिश्चियन डेमोक्रेट्स को 28 प्रतिशत मत मिले हैं, यह यूरोपीय चुनाव में पार्टी का अब तक का सबसे ख़राब प्रदर्शन है. वहीं वामपंथी पार्टी सोशल डेमोक्रेट्स का प्रदर्शन भी बेहद ख़राब रहा है. 16 प्रतिशत वोट के साथ पार्टी तीसरे पायदान पर है.
ये दोनों डेमोक्रेटेस वहां की दक्षिण पंथी पार्टी यूरोपीयन पीपल्स पार्टी (ईपीपी) और वामपंथी पार्टी सोशलिस्ट एंड डेमोक्रेट्स (एसएंडडी) को प्रतिनिधि मुहैया कराते हैं. दोनों पार्टियाँ मिलकर स्ट्रॉसबर्ग स्थित संसद में आधे से ज़्यादा सीटें हासिल करती रही हैं.
लेकिन इस बार के आधिकारिक रूझानों पर आधारित एग्ज़िट पोल्स के मुताबिक दोनों पार्टियों को करीब 92 सीटों का नुकसान हो सकता है. इनकी हिस्सेदारी 12 प्रतिशत कम होकर 42.6 प्रतिशत तक आ सकती है.
हालांकि एक अन्य दक्षिणपंथी समूह, एलायंस ऑफ़ लिबरल्स एंड डेमोक्रेट्स फॉर यूरोप (एएलडीई) की सीटों में बढ़ोत्तरी हुई है. 2014 की 67 सीटों से बढ़कर यह समूह 102 सीटों तक पहुंचा है. फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की ला रिपब्लिक इन मार्चे इस समूह को ज्वाइन कर सकता है और इसकी भूमिका किंगमेकर की हो सकती है.
कई यूरोपीय देशों में ग्रीन पार्टी के प्रति समर्थन बढ़ा है. जर्मनी में ग्रीन पार्टी का वोट शेयर दोगुना हो गया है, 22 प्रतिशत वोट के साथ पार्टी दूसरे स्थान पर आ गई है. बर्लिन में मौजूद बीबीसी संवाददाता जेनी हिल के मुताबिक 30 साल से कम उम्र के एक तिहाई मतदाताओं ने ग्रीन पार्टी को वोट दिया है.
चुनाव प्रचार के दौरान 90 प्रभावी यूट्यूबरों ने राजनीतिक दलों से पर्यावरण के मुद्दे को गंभीरता से लेने की अपील की थी.
फ्रांस की ग्रीन पार्टी यूरोप इकॉलॉजी लेस वर्ट्स (ईईएलवी) 13.2 प्रतिशत मतों के साथ तीसरे स्थान पर आ गई है. हालांकि फ्रांस के ले पेन और मैक्रो, दोनों ने पर्यावरणीय मुद्दों पर काम करने की बात कही थी.
पुर्तगाल की ग्रीन पैन पार्टी यूरोपीय संसद की पहली सीट जीतने की कगार पर है, संभव है कि पार्टी दो सीटों पर जीत हासिल कर ली.
कई यूरोपीय देशों में ग्रीन पार्टी के प्रति समर्थन बढ़ा है. जर्मनी में ग्रीन पार्टी का वोट शेयर दोगुना हो गया है, 22 प्रतिशत वोट के साथ पार्टी दूसरे स्थान पर आ गई है. बर्लिन में मौजूद बीबीसी संवाददाता जेनी हिल के मुताबिक 30 साल से कम उम्र के एक तिहाई मतदाताओं ने ग्रीन पार्टी को वोट दिया है.
चुनाव प्रचार के दौरान 90 प्रभावी यूट्यूबरों ने राजनीतिक दलों से पर्यावरण के मुद्दे को गंभीरता से लेने की अपील की थी.
फ्रांस की ग्रीन पार्टी यूरोप इकॉलॉजी लेस वर्ट्स (ईईएलवी) 13.2 प्रतिशत मतों के साथ तीसरे स्थान पर आ गई है. हालांकि फ्रांस के ले पेन और मैक्रो, दोनों ने पर्यावरणीय मुद्दों पर काम करने की बात कही थी.
पुर्तगाल की ग्रीन पैन पार्टी यूरोपीय संसद की पहली सीट जीतने की कगार पर है, संभव है कि पार्टी दो सीटों पर जीत हासिल कर ली.
फ्रांस में मरीन ला पेन की नेशनल रैली पार्टी 23.4 प्रतिशत वोट शेयर के साथ पहले स्थान पर चल रही है जबकि इमैनुएल मैक्रो की पार्टी 22.4 प्रतिशत के साथ ठीक पीछे ही है.
मरीन ला पेन की पार्टी ने जिन स्थानों पर अच्छा किया है वहां मतदान भी ज़्यादा हुआ है. ली पेन ने यूरोपीय यूनियन की सदस्यता पर अपना स्टैंड चेंज किया है और अब उनका कहना है कि वह इस समूह में बनी रहेंगी.
स्पेन में दक्षिण पंथी वोक्स पार्टी को केवल 6.2 प्रतिशत वोट मिले हैं, जबकि स्पेन के चुनाव में इस पार्टी को 10 प्रतिशत से ज़्यादा वोट मिले थे.
वहीं ब्रिटेन में एंटी यूरोपीय यूनियन पार्टी, ब्रेग्ज़िट पार्टी जीत की ओर बढ़ रही है.
ऑस्ट्रिया में सत्तारुढ़ पीपल्स पार्टी को 34.9 प्रतिशत वोट मिले हैं. हालांकि देश में इस पार्टी की सरकार ख़तरे में है और सोमवार को इसके नेता सेबेस्टियन कुर्ज़ को अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना है.
ग्रीस के प्रधानमंत्री अलेक्सिस टिसेप्रास की वामपंथी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है, विपक्षी कंजरवेटिव न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी ने जीत हासिल करने के लिए प्रधानमंत्री से इस्तीफ़ा मांगा है.
वहीं आयरलैंड के मौजूदा प्रधानमंत्री लियो वाराडकर की पार्टी जीत की ओर बढ़ रही है.
नीदरलैंड्स की डच लेबर पार्टी ने उम्मीद के मुताबिक जीत हासिल की है. 18 प्रतिशत वोट बैंक के साथ पार्टी ने जोरदार जीत हासिल की थी. जबकि पुर्तगाल में ग्रीन पार्टी पैन यूरोपीय संसद में प्रवेश की तैयारी में है.

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